बिहार:सहायक प्रोफेसर की भर्ती में शैक्षणिक योग्यता पर 100 और इंटरव्यू में 15 अंक, पीएचडी पर मिलेंगे 30 अंक, एमफिल के 7

राज्य के विश्वविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर की बहाली में शैक्षणिक योग्यता के लिए 100 अंक और साक्षात्कार के लिए 15 अंक होंगे। पीएचडी के लिए 30 व एमफिल के लिए 7 अंक निर्धारित किए गए हैं। जेआरएफ के साथ नेट के लिए 7 अंक, नेट के लिए 5 अंक और स्लेट या सेट के लिए 3 अंक मिलेंगे। कुल 115 अंकों के आधार पर अभ्यर्थियों की मेधा सूची बनेगी। सहायक प्रोफेसर नियुक्ति के नियम को राज्यपाल राज्यपाल फागू चौहान ने सोमवार को मंजूरी दे दी। राज्य के सभी विवि में लगभग 6 हजार सहायक प्रोफेसर की बहाली होनी है। भर्ती के लिए अभ्यर्थी की अधिकतम उम्र 55 वर्ष तय की गई है।

अंक इस प्रकार मिलेंगे, 55 वर्ष तक आवेदन करें

  • स्नातक में 80% से अधिक पर 15 अंक। 60 से 80 प्रतिशत पर 13 और 55 से ज्यादा व 60% से कम के लिए 10 अंक। 45 से ज्यादा व 55% से कम के लिए 5 अंक निर्धारित किए गए हैं।
  • स्नातकोत्तर में 80% से अधिक पर 25 अंक, 60 से ज्यादा व 80% से कम के लिए 23 अंक, 55 से ज्यादा व 60% से कम (एससी, एसटी, बीसी, ओबीसी व दिव्यांग अभ्यर्थी को 50 से 55%) पर 20 अंक निर्धारित किए गए हैं।
  • शिक्षण अनुभव के लिए प्रति वर्ष 2 अंक की दर अधिकतम 10 अंक मिलेंगे।
  • एमफिल में 60% से अधिक पर 7 अंक मिलेंगे। 55 से अधिक व 60 से कम पर 5 अंक मिलेंगे।
  • यूजीसी द्वारा मान्य जर्नल में प्रकाशित प्रत्येक शोध के लिए 2 अंक की दर से अधिकतम 10 अंक मिलेंगे।
  • पीएचडी उपाधि प्राप्त अभ्यर्थियों को स्नातकोत्तर स्तर पर 5% की छूट मिलेगी, जिन्होंने 19 सितंबर 1991 से पहले स्नातकोत्तर उत्तीर्ण की है।
  • राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक व शोध पुरस्कार के लिए 3 अंक मिलेंगे। राज्य स्तर की पुरस्कार के लिए 2 अंक निर्धारित किए गए हैं।
बिहार:सहायक प्रोफेसर की भर्ती में शैक्षणिक योग्यता पर 100 और इंटरव्यू में 15 अंक, पीएचडी पर मिलेंगे 30 अंक, एमफिल के 7
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पटना विश्वविद्यालय में पीएचडी के कोर्स वर्क को ऑनलाइन मोड में चलाने की तैयारी चल रही है। पीएचडी की नई नियमावली के तहत कोर्स वर्क करना अनिवार्य है। इसमें दो पेपर होते हैं। पहला पेपर रिसर्च मेथेडोलॉजी पर आधारित होता है जबकि दूसरा पेपर संबंधित विषय का होता है। कोरोना पैन्डेमिक में लॉकडाउन के कारण पटना विवि के पीएचडी का कोर्स वर्क शुरू नहीं हो पा रहा है, जबकि पीएचडी एडमिशन टेस्ट का रिजल्ट पहले ही जारी हो चुका है।

मौजूदा परिस्थितियों में अब पटना विवि प्रशासन ने पीएचडी शोधार्थियों के कोर्स वर्क को ऑनलाइन मोड में संचालित करने का निर्णय लिया है। हालांकि इसकी तिथियों पर अभी फैसला नहीं हुआ है। कोर्स वर्क की अवधि छह माह की होती है, जिसके बाद परीक्षा होती है और परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले शोधार्थियों को ही शोध की अनुमति मिलती है।
रिसर्च टर्म को आगे बढ़ाया
पटना विवि में रिसर्च काउंसिल साल में तीन बार रजिस्ट्रेशन की अनुमति देता है। यह रजिस्ट्रेशन फरवरी, जुलाई और नवंबर में होता है। इसलिए टर्म पूरा होने की अंतिम तिथि जनवरी, जून और अक्टूबर में होती है। जनवरी 2019 में जिनका टर्म पूरा हुआ, उनकी तो परेशानी नहीं है। लेकिन जून और अक्टूबर में जिनका टर्म समाप्त हो रहा है, उन्हें एक्सटेंशन की जरूरत है। इसी कारण पटना विवि प्रशासन ने जून और अक्टूबर 2020 तक समाप्त हो रहे टर्म को पहले ही आगे बढ़ा दिया है।

जिन अभ्यर्थियों का टर्म जून 2020 में पूरा हो रहा है, उन्हें अक्टूबर 2020 तक का एक्सटेंशन दिया गया है। जबकि जिनका टर्म अक्टूबर 2020 में पूरा हो रहा है, उन्हें अगले साल जनवरी 2021 तक का एक्सटेंशन दिया गया है। यह एक्सटेंशन कोविड 19 के कारण हुए लॉकडाउन में एकेडमिक गतिविधियां बाधित होने के कारण दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर पीएचडी के आगे के वायवा इंटरव्यू को वीडियो कांफ्रेंसिंग से भी कराने की अनुमति पटना विवि प्रशासन ने दे दी है।

पटना विश्वविद्यालय में पीएचडी कोर्स वर्क को ऑनलाइन करने की तैयारी
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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बिहार एसटीईटी परीक्षा की तारीख की घोषणा की है। परीक्षा 9 से 21 सितंबर के बीच ऑनलाइन लिया जाएगा। परीक्षा में धांधली के चलते बिहार बोर्ड ने 28 जनवरी को ली गई परीक्षा रद्द कर दी थी। इसके बाद से छात्रों को नए डेट का इंतजार था। इस परीक्षा में 247241 छात्र शामिल होंगे।

एसटीईटी की परीक्षा 28 जनवरी को पहली बार हुई थी। परीक्षा में धांधली के आरोप लगे थे, जिसकी जांच बिहार बोर्ड ने कराई थी। अपनी जांच में बिहार बोर्ड ने आरोप को सही पाया था। इसके बाद परीक्षा रद्द कर दिया गया था। कोरोना के संक्रमण के खतरे को देखते हुए परीक्षा की नई तारीख तय करने में देर हो रही थी। दूसरी ओर परीक्षा में शामिल छात्र जल्द फिर से परीक्षा कराने या फिर पहले ली गई परीक्षा के रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे थे।

परीक्षा बेल्ट्रॉन द्वारा आयोजित की जाएगी। बिहार सरकार के माध्यमिक शिक्षा विभाग ने भी बेल्ट्रॉन से परीक्षा कराए जाने को मंजूरी दे दी है। इससे पहले बिहार में टीईटी और एसटीईटी परीक्षा का आयोजन बिहार बोर्ड ही करता रहा है।

बिहार बोर्ड:9 से 21 सितंबर के बीच होगी बिहार एसटीईटी की परीक्षा, 2.47 लाख छात्र होंगे शामिल
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मैट्रिक और इंटर की वार्षिक परीक्षा 2021 में शामिल होनेवाले छात्र-छात्राओं को फॉर्म भरने के बाद सेंटअप परीक्षा पास करना अनिवार्य होगा। सेंटअप परीक्षा पास करने के बाद ही उनको एडमिट कार्ड जारी किया जाएगा, अन्यथा नहीं। बोर्ड ने कहा है कि स्कूल-कॉलेज सेंटअप परीक्षा में पास व फेल छात्र-छात्राओं की सूची अलग-अलग भेजेंगे। उसी आधार पर एडमिट कार्ड जारी होगा। जो छात्र सेंटअप परीक्षा में फेल हो जाएंगे उन्हें स्कूल में परीक्षा फॉर्म की राशि वापस करने के लिए आवेदन देना होगा। इसके बाद उनकी राशि वापस कर दी जाएगी।
बोर्ड ने कहा है कि इंटर परीक्षा 2019 और 2020 में वैसे सफल छात्र, जो किसी एक अनुत्तीर्ण विषय में अथवा वैसे किसी एक विषय जो उन्हाेंने पहले नहीं लिया हाे, उनकी परीक्षा दे सकते हैं। अगर वे इंटर परीक्षा 2021 में क्वालिफाइंग परिक्षार्थी के रूप में शामिल होना चाहते हों तो, उनका भी शिक्षण संस्थान के प्रधान द्वारा ऑनलाइन परीक्षा आवेदन भरा जाएगा और परीक्षा शुल्क जमा किया जाएगा। इस कोटि के परीक्षार्थियों को प्रायोगिक विषयों की परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य होगा।
फेल छात्राें का रजिस्ट्रेशन रहेगा मान्य: वहीं वर्ष 2019 व 2020 में फेल छात्रों का रजिस्ट्रेशन नंबर 2021 के लिए भी मान्य रहेगा। वर्ष 2019 और 2020 में फेल छात्रों का परीक्षा फॉर्म विद्यालय प्रधान भरेंगे। परीक्षा शुल्क जमा करना होगा। फॉर्म भरने के दौरान एक्स स्टूडेंट्स का ऑप्शन देना होगा। पूर्व का रौल नंबर और कोड भी भरना होगा। इस कोटि में शामिल छात्रों को सभी विषयों की परीक्षा देनी होगी। कंपार्टमेंट वाले छात्र भी मैट्रिक और इंटर वार्षिक परीक्षा 2021 के लिए आवेदन कर सकेंगे। एक या दो विषयों में फेल होनेवाले छात्र कंपार्टमेंटल कोटि में शामिल हो सकते हैं। इनकी प्रायोगिक परीक्षा नहीं ली जाएगी।

मैट्रिक के लिए परीक्षा फॉर्म मिल रहा, इंटर का आज से मिलेगा
बिहार बोर्ड ने सोमवार को मैट्रिक परीक्षा 2021 के लिए फॉर्म जारी कर दिया। स्कूलों ने इसे छात्रों को देना शुरू कर दिया है। पहले दिन ही कई स्कूलों में बड़ी संख्या में छात्र पहुंचे। स्टूडेंट्स फॉर्म भर कर विद्यालय में जमा करेंगे। उसके बाद उस फॉर्म को 18 से 27 अगस्त तक ऑनलाइन भरा जाएगा। वहीं, इंटरमीडिएट-2021 के लिए परीक्षा फॉर्म मंगलवार को जारी किया जाएगा। बोर्ड ने कहा है कि कि फॉर्म में छात्रों द्वारा भरे गए विवरण का मिलान स्कूल के प्रधान अपने रजिस्टर से करेंगे। फॉर्म भरने में गलतियां न हों।

इंटर में 50% भी एडमिशन नहीं

स्कूल-कॉलेजों में हो रहे इंटर के दाखिले में पहली लिस्ट में शामिल छात्र-छत्राओं में से आधी सीटों पर भी दाखिला नहीं हो पाया है। पहली लिस्ट के आधार पर 12 अगस्त तक दाखिला ले लेना है, लेकिन पटना के स्कूलों में अभी काफी कम संख्या में दाखिला हुआ है। सोमवार को बांकीपुर हाईस्कूल में दाखिले के लिए भीड़ लगी रही। स्कूलों में छात्रों को बुलाकर दाखिला लिया जा रहा है, जिससे भीड़ लग रही है। कई स्कूलों ने दाखिला तिथि बढ़ाने की मांग की है। सीबीएसई के छात्रों ने भी आवेदन किया है लेकिन एसएलसी व मार्कशीट नहीं मिली है इस वजह से उनका एडमिशन नहीं हो पा रहा है।

बांकीपुर स्कूल में 423 में से 148 का दाखिला, पटना हाईस्कूल में 70 का

बांकीपुर गर्ल्स हाईस्कूल में पहली सूची के आधार पर 423 छात्राओं का एडमिशन होना है, लेकिन अबतक मात्र 148 एडमिशन ही हो पाया है। मिलर हाई स्कूल में 360 में से 170, पटना हाईस्कूल में 460 में से 70, पटना कॉलेजिएट में 400 में 105, शास्त्रीनगर ब्वायज हाई स्कूल में 202 में 70 छात्रों ने ही दाखिला लिया है। दूसरे स्कूलों का भी यही हाल है। लॉकडाउन और अन्य वजहों से छात्र स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं।

बिहार बोर्ड:मैट्रिक और इंटर का परीक्षा फॉर्म भरने के बाद सेंटअप टेस्ट पास करना जरूरी
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राज्य सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अंतर्गत वनों के क्षेत्र पदाधिकारी (रेंज ऑफिसर ऑफ फॉरेस्ट) के 43 पदों पर बहाली होगी। इसके लिए बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन लेगा। इस बहाली में 35 प्रतिशत पद महिलाओं और 2 प्रतिशत पद स्वतंत्रता सेनानी के पोता-पोती, नाती-नतिनी के लिए आरक्षित हैं। वेतनमान 35400 से 112400 है। इस बहाली के लिए लिखित परीक्षा होगी, जिसमें दो बहुविकल्पीय प्रश्नपत्र होंगे। पहला पेपर 100 अंकों का सामान्य हिंदी का 1 घंटे का होगा, जिसमें 50 सवाल होंगे। न्यूनतम 30% अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। हर गलत उत्तर के लिए 0.2 अंक काटा जाएगा। दूसरा पेपर सामान्य अध्ययन का 300 अंकाें का होगा।

इसमें 100 प्रश्न रहेंगे, परीक्षा अवधि 2 घंटे की होगी। हर गलत उत्तर के लिए 0.3 अंक काटा जाएगा। साक्षात्कार 60 अंकों का होगा। साक्षात्कार के लिए आमंत्रित अभ्यर्थियों की शारीरिक समर्थता परीक्षा भी हाेगी। विवाहित महिलाएं जो शारीरिक समर्थता परीक्षण के समय चिकित्सीय परीक्षण में गर्भवती पाई जाएंगी उन्हें अयोग्य घोषित किया जाएगा।

शैक्षणिक योग्यता : पशुपालन एवं पशु रोग विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, रसायन विज्ञान, भूगर्भ विज्ञान, गणित, भौतिकी शास्त्र, सांख्यिकी एवं जंतु विज्ञान विषयों में स्नातक की डिग्री अथवा कृषि स्नातक, वानिकी स्नातक अथवा किसी भी ट्रेड में अभियंत्रण या बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन में मान्यता प्राप्त विवि या समकक्ष से स्नातक की डिग्री हो। शैक्षणिक योग्यता की कटऑफ डेट 1 अगस्त 2020 है।
उम्र सीमा: अनारक्षित कोटि एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के पुरुषों के लिए न्यूनतम 21 वर्ष एवं अधिकतम 42 वर्ष। पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पुरुषों के लिए न्यूनतम 21 वर्ष एवं अधिकतम 45 वर्ष। अनारक्षित कोटि एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए न्यूनतम 21 वर्ष एवं अधिकतम 45 वर्ष। एससी एवं एसटी के पुरुषों एवं महिलाओं के लिए न्यूनतम 21 वर्ष एवं अधिकतम 47 वर्ष।

बिहार:वनों के क्षेत्र पदाधिकारी के 43 पदों पर होगी बहाली, महिलाओं के लिए 35 फीसदी आरक्षण
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