भगवान कुबेर चालीसा भगवान कुबेर चालीसा ॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर। ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै, अविचल खड़े कुबेर॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की टेर। भक्त हेतु वितरण करो, धन माया के ढ़ेर॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय जय श्री कुबेर…
Read moreKuber ji ki Aarti - श्री कुबेर आरती Kuber ji ki Aarti - श्री कुबेर आरती http://educratsweb.com/users/images/3826-contents.jpg ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे , स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे। शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे। ॥ ऊँ जै यक्ष कु…
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