श्री नवग्रह चालीसा श्री नवग्रह चालीसा ॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुपद कमल, प्रेम सहित सिरनाय। नवग्रह चालीसा कहत, शारद होत सहाय॥ जय जय रवि शशि सोम बुध, जय गुरु भृगु शनि राज। जयति राहु अरु केतु ग्रह, करहु अनुग्रह आज॥ ॥ चौपाई ॥ श्री सूर्य स्…
Read moreNavgrah Aarti- श्री नवग्रह आरती Navgrah Aarti- श्री नवग्रह आरती http://educratsweb.com/users/images/3828-contents.jpg आरती श्री नवग्रहों की कीजै, कष्ट,रोग,हर लीजै । सूर्य तेज़ व्यापे जीवन भर जाकी कृपा कबहु नहिं छीजै। ॥ आरती श्री नवग्रह…
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