सरस्वती माता चालीसा सरस्वती माता चालीसा ॥ दोहा ॥ जनक जननि पद कमल रज, निज मस्तक पर धारि। बन्दौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि॥ पूर्ण जगत में व्याप्त तव, महिमा अमित अनंतु। रामसागर के पाप को, मातु तुही अब हन्तु॥ ॥ चौपाई ॥ जय श्री सक…
Read moreShree Saraswati Mata Aarti - श्री सरस्वती आरती Shree Saraswati Mata Aarti - श्री सरस्वती आरती http://educratsweb.com/users/images/3843-contents.jpg जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता। सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ ॥ जय सरस्व…
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