भगवान सूर्य देव चालीसा भगवान सूर्य देव चालीसा ॥ दोहा ॥ कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग। पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग॥ ॥ चौपाई ॥ जय सविता जय जयति दिवाकर!। सहस्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंग! मरीची! भास्कर!। सविता हंस…
Read moreSurya Bhagwan Ki Aarti - सूर्य आरती Surya Bhagwan Ki Aarti - सूर्य आरती http://educratsweb.com/users/images/3812-contents.jpg जय कश्यप-नन्दन, ॐ जय अदिति नन्दन। त्रिभुवन - तिमिर - निकन्दन, भक्त-हृदय-चन्दन॥ ॥ जय कश्यप-नन्दन ॥ सप्त-…
Read more